
रायगढ़. जिला कांग्रेस भवन रायगढ़ में आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सहसचिव माननीय विजय जांगिड़ का जिला कांग्रेस अध्यक्ष द्वय अरुण मालाकार व अनिल शुक्ला की अगुवाई में जोरशोर से स्वागत हुआ। जहां वरिष्ठ कांग्रेस जनों पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष दीपक पांडेय, दिलीप पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल, जगदीश मेहर, दिनेश जायसवाल, महापौर जानकी अमृत काटजू ,जयंत ठेठवार, वासुदेव यादव, अरुण गुप्ता, लल्लू सिह, जयंत बोहिदार, संतोष बोहिदार, शंकरलाल अग्रवाल, असरफ खान, नारायण घोरे, विकास शर्मा, शाखा यादव, मदन महंत युवा कांग्रेस अध्यक्ष आशीष जायसवाल सहित अन्य वरिष्ठ जनों ने स्वागत किया। तत्पश्चात अतिथि विजय जांगिड़ ने कार्यकर्ताओं को समोधित किया उन्होंने प्रदेश में इस वर्ष होने वाले चुनाव के विषय मे बूथ लेबल कार्यकर्ताओं को उर्जित कर उन्हें हर बूथ में कांग्रेस की बढ़त कैसे हो लोगों से कैसे अपनी पार्टी के बारे में बताएं और हर उम्र के मतदाताओं से मिलकर उन्हें कांग्रेस की विचारधारा से अवगत कराते हुए प्रदेश में साढ़े चार वर्षों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किए गए कार्यों और पूर्ण किये गए वादों से अवगत कराते हुए मिलने का कार्य तत्काल प्रारम्भ करने की बात कही और कहा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रत्येक सिपाही बहुत ही तन्मयता से और दिल लगाकर समर्पण भाव से कार्य करता है इसका उदाहरण हम यही कह कर दे सकते है कि हाल ही में हुए कन्याकुमारी से कश्मीर तक कि भारत जोडो यात्रा में कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
महिलाओं और युवा उम्र के नौजवानों ने भी राहुल गांधी की अगुवाई में हुई यात्रा को सफल बनाने का कार्य किया। नतीजतन भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के इस अभियान से घबरा गई और राहुल गांधी जी पर ई डी की जांच करा के यात्रा को प्रभावित करने की कोशिश की गई। जिसे पूरे भारत ने देखा और भाजपा की दुर्भावना की नीति को भी समझा और बाद में बहुत से प्रदेशों में जिनमे भारत जोडो यात्रा नहीं जा पाई वहां हाथ से हाथ जोडो यात्रा निकाली उससे भी भाजपा सकते में आ गई और बाद में राष्ट्रीय अधिवेशन भी जो छत्तीसगढ़ में फरवरी में हुआ उससे बीजेपी और भी घबरा गई। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर चुन चुन के ई डी की जांच करवा कर बाधाएं उत्पन्न कीं और वहीं जब से हिडेनबर्ग की रिपोर्ट से अडानी के गुनाह को छिपाने हेतु हमारे प्रधानमंत्री सुर्खियों में हैं और उनसे जब जब संसद में राहुल गांधी ने उद्योगपति अडानी पर सवाल किए तो इस पर पल्ला झाड़ लिया। कभी माइक म्यूट कर द्विए जाते कभी शोरगुल कर सदन नहीं चलने दी जाती। उन्होंने जो सवाल पूछे उस पर कोई जवाब ही नहीं दिया गया।
जेपीसी की मीटिंग भी नहीं बुलाई गई और यह भी नहीं बताया गया कि शैल कंपनी के माध्यम से 20 हजार करोड़ की रकम कहाँ से आई। इन सब बातोँ से बचने के लिए प्रथम दृष्ट्या दुर्भावना ही लगती है। क्योंकि 2019 के पुराने मानहानि का प्रकरण में सूरत कोर्ट से राहुल जी को 2 वर्ष की अधिकतम सजा हुई और बिना देर किए उनकी सदस्यता भी संसद से निरस्त कर दी गई। इस प्रकार हम कह सकते हैं कांग्रेस इनसे डरती नही हम लड़ेंगे और बढ़ेंगे।
उन्होंने जय भारत सत्याग्रह कार्यक्रम के तहत आगे और लड़ाई लड़ने की बात कही और कहा कि इनकी कारगुजारियों का अब कांग्रेस संसद ही नहीं सड़क पर पर्दाफाश करेगी जब तक अडानी से मेलजोल का खुलासा और घोटाले की जांच पूरी नहीं होती हमारा अभियान अनवरत जारी रहेगा। इसके पश्चात श्री जांगिड़ कार्यकर्ताओ से समूह में व व्यक्तिगत भी मिले और उन्हें कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए उर्जित किया व उनका मनोबल बढ़ाया।व कार्यकर्ताओं से सतत संपर्क में रहने की बात भी कही।