रायगढ़. जब किसी गांव में गजराज पहुंच जाए, तो उस गांव के लोगों में कितना भय होता यह बात जुनवानी गांव में रहने वाले ग्रामीणों से अच्छा कोई नहीं जानता। क्योंकि साल भर जुनवानी के जंगल में हाथियों का विचरण होता है और कई बार वे गांव तक पहुंच जाते हैं। बीती रात भी ऐसा ही हुआ, जब एक दंतैल खाने की तालाश में जंगल से निकलकर जुनवानी गांव में पहुंच गया और एक-एक करते हुए तीन से चार मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया। एक मकान में दिवार का कुछ हिस्सा वहां सो रही वृद्धा पर गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसे ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार वन मंडल रायगढ़ का जुनवानी व बंगुरसिया सर्किल एक दूसरे से लगा हुआ है। दोनों ही जंगल आपस में जुड़े हैं और यह क्षेत्र हाथी प्रभावित क्षेत्रों की गिनती में आता है। साल भर यहां हाथियों का विचरण होता है, लेकिन जब गांव में नाराज गजराज पहुंच जाते हैं तो हाथी का डर कैसा होता है यह इन गांव वालों से बेहतर कोई नहीं जानता। बीती रात जुनवानी में लोगों को हाथी का भय सता रहा था। क्योंकि एक दंतैल जंगल से रास्ते से खाने की तालाश में जुनवानी गांव पहुंच गया।
रात में बिजली भी नहीं थी। ऐसे में हाथी भी नजर नहीं आ रहा था, लेकिन जब नाराज गजराज ने एक घर का बाउंड्रीवाल को तोड़ा तो ग्रामीणों को जानकारी लगी कि उनके गांव में हाथी आ गया है। इसके बाद पूरे गांव में भय का माहौल निर्मित हो गया। हाथी खाने की तालाश में एक-एक कर बसंत मालकर, हरिहर मैत्री, महावीर साहू के मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं एक मकान में सो रही वृद्धा शांति यादव के घर का दिवार का कुछ हिस्सा हाथी ने गिरा दिया और वृद्धा उसकी चपेट मंे आ गई। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। तब तक विभाग के कर्मचारी भी यहां पहुंच चुके थे और हाथी को ग्रामीणों की मदद से खदेड़ने का भी प्रयास किया गया, लेकिन दंतैल मानों किसी से डरने वाला नहीं था। वहीं खड़े रहा।
बाद में यह आगे बढ़कर एक मकान से दो बोरा धान भी अपने सुंड में पकड़कर निकल लिया और वहीं खाने व फैलाने लगा। काफी देर तक दंतैल वहीं खड़ा रहा। काफी देर बाद वह खुद से जंगल के रास्ते आगे चले गया। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि जब यही हाथी नवागांव क्षेत्र में पहुंचा तो रात में वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा बिजली लाईन बंद करा दिया गया था और इसी वजह से हाथी जुनवानी गांव में विचरण करते रहा।
अगर बिजली लाईन चालू रहता है तो घरों के बाहर की रोशनी से हाथी इतना नुकसान नहीं करता। फिलहाल बीती रात जुनवानी गांव में दंतैल के आने से भय का माहौल फैला हुआ था। सुबह विभाग के द्वारा नुकसान का आंकलन कर आगे की कार्रवाई की जा रही थी और घायल महिला को इलाज के लिए मेडिकल काॅलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।