रायगढ़. मेडिकल मोबाइल यूनिट (एमएमयू) से निगम क्षेत्र के लोग निशुल्क इलाज, ब्लड व यूरीन के सभी तरह की जांच के साथ निशुल्क दवाइयां की सुविधा ले रहे हैं। अब तक निगम क्षेत्र के 4 एमएम यू से 195050 मरीजों की इलाज किया गया है। इसमें से 181696 मरीजों को निशुल्क दवा एवं विभिन्न बीमारियों से संबंधित 63594 मरीजों का निशुल्क ब्लड एवं यूरीन टेस्ट किया गया।
गरीब और मिडिल क्लास फैमिली के लिए इलाज में खर्च करना मुमकिन नहीं होता है। प्राइवेट अस्पतालों में इसी बीमारी का इलाज और जांच कराने के बाद दवाइयां लेने में हजारों रुपए खर्च हो जाते हैं। इससे गरीब एवं मिडिल क्लास फैमिली का बजट बिगड़ जाता था, लेकिन अर्बन हेल्थ सर्विस के तहत मेडिकल मोबाइल यूनिट से इलाज के साथ विभिन्न बीमारियों की जांच एवं निशुल्क दवाइयां सभी को उपलब्ध हो रही है।
शहर में 4 मेडिकल मोबाइल यूनिट संचालित हो रहे हैं, जो शहर में रोटेशन में अलग-अलग वार्ड में हर रोज सुबह 8:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक सेवाएं देते हैं। इसमें सभी मोबाइल मोबाइल मेडिकल यूनिट में एक्सपर्ट डॉक्टरों के साथ लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट एवं मेडिकल स्टाफ उपस्थित रहते हैं। अब तक मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा शहर के विभिन्न वार्डों में 2662 कैंप किए गए हैं। इसमें 195050 मरीजों का इलाज किया गया, इनमें से विभिन्न बीमारियों से संबंधित 63494 मरीजों का ब्लड एवं यूरीन टेस्ट निशुल्क किया गया। इसी तरह 181696 मरीजों को निशुल्क दवाइयों का वितरण किया गया।
मेडिकल मोबाइल यूनिट में नामी कंपनियों की दवा का वितरण किया जाता है। मेडिकल मोबाइल यूनिट के माध्यम से श्रम मजदूर पंजीयन का भी कार्य किया गया। इसमें अब तक 1422 लोगों का श्रमिक पंजीयन किया गया। मेयर श्रीमती जानकी काटजू ने कहा कि एमएमयू से निशुल्क इलाज की सुविधा मिलने से गरीब एवं मिडिल क्लास को राहत मिली है। अब वह अपने वार्डों में एमएमयू का कैंप लगने का इंतजार करते हैं। इसमें बीपी, शुगर सहित बहुत से बीमारियों के नियमित इलाज कराने वाले लोग भी शामिल हैं, जिन्हें एमएमयू के कैंप लगने पर बीपी शुगर सहित विभिन्न बीमारियों की दवाइयों और जांच की भी सुविधा समय पर मिलती है। उन्होंने कहा कि उनकी भी तबीयत खराब होने पर अब वे एमएमयू से ही इलाज की सुविधा लेते हैं। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा संख्या में शासन की महत्वपूर्ण योजना का लाभ उठाने शहरवासियों से अपील की है।
लगातार किया जा रहा कार्य
कमिश्नर श्री संबित मिश्रा ने कहा कि एमएमयू से शहर के लोगों को जोड़ने और निशुल्क इलाज जांच दवाइयों की सुविधा लेने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। इसमें औसतन हर रोज प्रति एमएमयू वर्तमान में 73 मरीजों को इलाज, जांच और निशुल्क दवाइयां दी जा रही है। इसे और बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे मरीज जो चलने फिरने में सक्षम नहीं है, उन्हें एमएमयू द्वारा घर पहुंचकर जांच एवं इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। इसी तरह स्कूल, कॉलेजों में भी कैंप का आयोजन कर विद्यार्थियों के हेल्थ चेकअप,ब्लड टेस्ट आदि भी की जा रही है। निश्चित तौर पर निशुल्क मेडिकल सुविधा से गरीब और मिडिल क्लास लोगों को लाभ मिल रहा है। इसी तरह मेडिकल सुविधा को और अपडेट करने प्रयास जारी है।