कांकेर. जंगल में भालू शावक का शिकार करने के मामले में वन विभाग ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। विभाग के आरोपियों के पास से भालू का शव बरामद कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। मामला कांकेर जिले के दुधावा क्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के दुधावा क्षेत्र में दो आरोपियों के द्वारा तीर कमान से भालू शावक का शिकार करने का मामला सामने आया है। आरोपियों के द्वारा भालू शावक का शिकार कर उसे लेकर जंगल के रास्ते निकल रहे थे तभी वे ड्यूटी में तैनात वन विभाग के कर्मचारी की नजरों में आ गए। जिसके बाद आरोपियों ने भालू शावक को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए थे। इस मामले में वन विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि रविवार की रात दो ग्रामीण तिजू और तिहारू दुधावा क्षेत्र के जंगल में शिकार करने के लिये गए हुए थे, जहां उनकी नजर एक भालू शावक पर पड़ी। मादा भालू अपने दो शावकों के साथ घूम रही थी इसी दौरान इन दोनों ने तीर कमान निकालकर उस पर वार दिया, नुकीले तीर के चार वार से 8 माह का नन्हें भालू शावक की मौके पर ही मौत हो गई।
आरोपियों के द्वारा उसके शव को लकड़ी से बांधकर अपने साथ लेकर जा ही रहे थे कि वन विभाग के कर्मचारी की नजर उन पर पड़ गई। वनकर्मी को देखते ही दोनों आरोपी भालू के शव को मौके पर ही छोड़कर जंगल के रास्ते भागने में सफल हो गए थे। बाद में वन विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों की शिनाख्त धमतरी जिले के कोरमूड गांव के निवासी तीजू और तिहारू के रूप में हुई है।
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वन विभाग की पूछताछ में आरोपियांे ने बताया कि वे कमान जनजाति के हैं और शिकार करना उनका पेशा है। इसलिये वे शिकार करने जंगल गए थे। इसी दौरान उनकी नजर भालू पर पड़ी और उन्होंने नुकीले तीर से भालू शावक पर चार तीर चला दिया। जिससे भालू शावक की मौत हो गई जिसे लेकर वे अपने घर जा रहे थे।