
रायगढ़. वेतन विसंगति दूर करने के साथ ही अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर राजस्व पटवारी संघ सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। गत साल विभिन्न चरणों में आंदोलन के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने से राजस्व पटवारी संघ में काफी नाराजगी देखी जा रही है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि शासन के आश्वासन के बाद 2020 में आंदोलन को स्थगित किया गया था, लेकिन अब तक मांगों पर शासन द्वारा विचार नहीं किए जाने प्रदेश के पटवारी आक्रोशित हैं। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि बार बार आंदोलन के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने से नाराज पटवारियों ने बीते 24 अप्रैल को राजधानी रायपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर मांगें पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसी क्रम में आज सोमवार से राजस्व पटवारी संघ के नेतृत्व में पटवारी प्रदेश व्यापी हड़ताल पर चले गए हैं। रायगढ़ के मिनी स्टेडियम में पटवारी संघ ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष भागवत कश्यप का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों के पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने बताया कि बार बार आंदोलन के बाद भी पटवारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो रहा है। ऐसी स्थिति में राजस्व पटवारी संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
यह है इनकी मांगे
1. वेतन विसंगति दूर करते हुए ग्रेट पे 2800 किया जाए
2. वरिष्टता के आधार पर पदोन्नति एवं विभागीय नियमित परीक्षा
3. संसाधन एवं नेट भत्ता दिया जाए
4. महंगाई के अनुरूप स्टेशनरी भत्ता दिया जाए
5. अतिरिक्त हल्के के प्रभार का मानदेय में बढ़ोतरी किया जाए
6. पटवारी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक किया जाए
7. मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त किया जाए
8. बिना विभागीय जांच की प्राथमिकी एफआईआर दर्ज न किया जाए