Raigarh News: रामदास द्रौपदी फाउंडेशन द्वारा साहेब नगर के शिव मंदिर में किया गया पौधरोपण

Mohsin Khan
Mohsin Khan 3 Min Read

Raigarh News: रायगढ़. रामदास द्रौपदी फाउंडेशन द्वारा नगर के मेडिकल कॉलेज के पास स्थित साहेब नगर के शिव मंदिर के प्रांगण में बेल, कनेर, पीपल, करंज, गुलमोहर के पौधे रोपित किए गए। इस अवसर पर साहेब नगर के स्थानीय गणमान्य जन सर्वश्री चंद्रकांत सोनी, हर्ष, सूर्या, रोशन, राजेश, शिवम, बंटू, कन्हैया लाल, मोहम्मद, अनमोल, सोनू, रिंकी सोनी, तारा, चंदू, बबिता चौहान, माधवी सोनी, विनोद, रोहन सहित दर्जनों गणमान्य जन उपस्थित रहे। पौधरोपण के अतिरिक्त वहां के निवासियों के मांग पर लोगों में पौधे भी वितरित किए गए।
पर्यावरण को संतुलित बनाने का प्रयास ही रामदास द्रौपदी फाउंडेशन का अभियान
रामदास द्रौपदी फाउंडेशन के चेयरमैन सुनील रामदास ने बताया कि हमारे द्वारा पर्यावरण को संतुलित बनाने के प्रयास में यह अभियान चलाया गया है। यह अभियान रायगढ़ के लिए धीरे-धीरे वरदान भी सिद्ध हो रहा है। क्योंकि इस अभियान से रायगढ़ के नगरीय क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी इस स्वस्फूर्त जुड़ रहे हैं। पौधरोपण हेतु हमारे पास आने वाले फोन कॉल से हम यह आकलन कर रहे हैं कि लोग अब पौधरोपण में रूचि दिखा रहे हैं। यह कार्य समाज के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ कार्य है। इस विषय को समाज भी अब गम्भिरता से ले रहा है। भारत तो पूर्व से आज तक प्रकृति का उपासक रहा है। किन्तु इसका महत्त्व स्वास्थ्य के दृष्टि के क्या होता है।

इस विषयक जानकारी लोगों तक नहीं होने के कारण ही कुछ उदासीनता देखी जा रही थी। हमारे परम्पराओं में प्रकृति की पूजन की व्यवस्था सनातन काल से चली आ रही है। जिसे हम पूजा तक ही सीमित रख कर देखते थे। लेकिन आज हममें यह समझ विकसित होने लगी है कि प्रकृति का संरक्षण जीव जगत के लिए कितना आवश्यक है। समाज में इसके प्रति उदासीनता भी भारत के सभ्यता में अन्य सभ्यताओं के मेल से ही उत्पन्न हुआ। अन्यथा भारत के वन्य सभ्यता से लेकर नगरीय सभ्यता तक, प्रकृति के पूजन और संरक्षण की व्यवस्था सांस्कृति परिधि में बनाई गई थी। अतः हमारा प्रयास है कि हम जिस संस्कृति से आते हैं, उस संस्कृति के आत्मबोध को नगरीय और ग्रामीण सभ्यताओं में आत्मसात करें। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य मिल सके। 

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