Raigarh News: रायगढ़. जिला कांग्रेस कमेटी रायगढ़ द्वारा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार 13 सितंबर को रेल रोको आंदोलन किया गया। जहां दोपहर 12 बजे से ही हजारों की संख्या में रायगढ रेलवे स्टेशन में कांग्रेसजनों ने जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष अरुण मालाकर एवम जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला के नेतृत्व में एवम विधायक प्रकाश नायक,महापौर जानकी काटजू जी के विशेष उपस्थित में रेल पटरियों पर बैठकर रेल रोक कर प्रदर्शन किया व रेल मंत्री को ट्रेनों की लेट लतीफी, यात्री ट्रेनों को रद्द करने व रेलवे के निजीकरण के विरोध करते हुए पत्र भी प्रेषित किया जिसकी प्रतिलिपि कलेक्टर महोदय डी आर एम व स्टेशन अधीक्षक को भी दी गई।
विदित हो कि कांग्रेस के इस आंदोलन से बताया बताया गया कि हमारा इस बात पर विरोध है कि सरकार रेल यातायात पर दोहरे चरित्र की भूमिका निर्वहन कर रही है। जहां वह यात्री ट्रेनों को रद्द कर माल ढुलाई की ट्रेनों को प्राथमिकता दे रही है अतएव केंद्र में बैठी सरकार को इस रेल रोको आंदोलन के जरिये यह संदेश दिया गया कि वह उद्योगपतियों की जगह जनता को गले लगाए अथवा गद्दी छोड़ दे।
रायगढ विधायक प्रकाश नायक ने बताया कि रेल आम जनता के लिए सर्वाधिक किफायती एवम सुविधाजनक यात्रा का माध्यम है पर पिछले कुछ अरसे से देखा जा रहा है कि रेल मंत्रालय यात्रियों की उपेक्षा कर अपनी आय बढ़ाने व चंद व्यवसायियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से अधिकांश यात्री ट्रेनों को बंद कर माल ढुलाई वाली ट्रेनों को ज्यादा प्राथमिकता दे रहा है। कोयला लदान वाली गाड़ियों का पटरियों पर बेख़ौफ़ दौड़ना ही इस बात की पुष्टि करता है। यहां यह भी देखा गया कि माल गाड़ी को क्लियरेंस देने के लिए यात्री ट्रेनों को घंटों घण्टों एक स्थान पर रोक दिया जाता है जो कि रेल में सफर कर रहे मुसाफिरों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। प्रकाश नायक ने कहा कि इस रेल रोको आंदोलन से केंद्र में बैठी सरकार को यह आगाह करना चाहते हैं कि अब हम और हमारी भोली भाली छत्तीसगढ़ की जनता रेलवे के दोहरे चरित्र वाले रवैये को ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर सकते।
आज जिला कांग्रेस के ग्रामीण अध्यक्ष अरुण मालाकर ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में 24 ट्रेनें अगस्त 2023 के आखिरी सप्ताह में रद्द की गयी थी। जिसका कांग्रेस विरोध कर रही है। साथ ही उन्होंने आरटीआई से वर्षवार निरस्त हुई ट्रेनों की प्राप्त आंकड़े का जिक्र कर बताया कि साल 2020 में 32757 ट्रेनें रद्द की गई। साल 2021 में 32151 ट्रेनें रद्द की गई. साल 2022 में 2474 ट्रेनें रद्द की गई। साल 2023 में (अप्रैल माह तक ) 208 ट्रेनें रद्द की गईं हैं। कांग्रेस का आरोप है कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनें लास्ट मौके पर कैंसिल कर दी जाती है. खासकर रक्षाबंधन, दीवाली, शीतकालीन पर्व के समय ऐसा किया जाता है। इस प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में कब-कब कितनी ट्रेनें रद्द की गई, उसका आंकड़ा भी जारी किया। कांग्रेस के आंकड़ों की मानें, तो पिछले साढ़े तीन साल में 67,382 ट्रेनों को रद्द किया गया है। आज के इस रेल रोको आंदोलन के विषय मे जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने बताया कि आज का यह आंदोलन ट्रेनों के रद्द व लेटलतीफी को लेकर था। जो पूरे प्रदेश में सभी जिलों में किया गया है उन्होंने आगे कहा दरअसल पिछले कई महीनों से यात्री ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह प्रभावित रहा है।
आए दिन रेल प्रशासन ट्रेनों को या तो रद्द कर देता है या फिर जिन ट्रेनों का परिचालन हो रहा है, वह इतनी विलंब से चलती है कि यात्री परेशान हो जाते हैं। उनकी यह परेशानी रेल प्रशासन को नजर नहीं आती और परिचालन व्यवस्था सुधारने के बजाय और बिगड़ते जा रही है। उन्होंने केंद्र सरकार की मंशा पर भी संदेह जाहिर कर बताया कि जिस तरह से यात्री ट्रेनों को रद्द कर उसी रुट पर मालवाहक ट्रेन कोयले आदि की ढुलाई हेतु कहीं ज्यादा संख्या में परिचालित हैं और मार्ग में यात्री ट्रेनों को घण्टों खड़े कर मालगाड़ियों को आगे बढ़ाने का सिलसिला दिख रहा है उससे यह भी साफ प्रतीत हो रहा है कि सरकार मित्र उधोगपतियों को आम जनता की जगह ज्यादा तबज्जो दे रही है और आशंका व्यक्त करते हुए कहा भविष्य में केंद्र सरकार की मदद से भारतीय रेल भी निजी हाथों की कठपुतली न बन जाए। अनिल शुक्ला ने कहा कि इस आंदोलन के साथ ही कांग्रेस ने ये ठाना है कि केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार को हटाना है।