
रायगढ़. 9 दिन बाद विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग है। जिले के सभी सीटों पर प्रत्याशियों की जोर आजमाईश जारी है। आदिवासी बाहुल क्षेत्र धरमजयगढ़ में इस बार चुनाव बाकी चुनावों की अपेक्षा अधिक मुखर होकर लड़ा जा रहा है। कंवर जाति बाहुल्य इलाके में भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही प्रत्याशी कंवर हैं। एकता और भाईचारे के बूते कभी यहां चुनाव लड़े जाते थे। चुनाव को लेकर कई प्रकार के रिश्ते गांवों में कायम किये जाते रहे हैं। इस बार डिजिटल और मैदान दोनों क्षेत्रों में चुनाव लड़े जा रहे हैं। 2 बार के विधायक लालजीत सिंह राठिया अपनी जीत के लिए जहां आश्वस्त हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अपने सांगठनिक और सड़क के मुद्दे पर लालजीत की घेराबंदी कर रही है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का भाजपा प्रवेश होने के कुछ ही देर बाद उसका खंडन भी हो जा रहा है। जो भाजपाईयों के लिए शुभ संकेत नहीं है।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि लालजीत सिंह राठिया की अपने क्षेत्र में अच्छी हनक है। लालजीत चुनावी समर के नेता नहीं वरन वह अपने क्षेत्र के सक्रिय नेता हैं। उनके यहां कार्यकर्ता और फरियादी हमेशा मौजूद रहते हैं। भाजपा के लोगों को भी उनसे मदद मांगते या फिर सिफारिश के लिए कई दफे देखा गया है जिस बात पर उनके अपने उनसे खार खाते हैं फिर भी लालजीत उन्हें समझाते हैं और कहते हैं कि वोट दें या न दें, पार्टी के हों या नहों पर वह तो उनके भी विधायक हैं।
लालजीत लगातार धुंआधार जनसंपर्क अपने कार्यकर्ताओं के साथ कर रहे हैं। सुबह 9 बजे जो वह अपने घर से निकलते हैं तो रात लौटने का वक्त तय नहीं है। मंगलवार सुबह निकले थे तो बुधवार सुबह 7 बजे घर आए और वह फिर 9 बजे उठ गए क्योंकि उनके यहां लोगों की आमद बढ़ती ही जा रही थी।
लोग उन्हें क्यों वोट देंगे के सवाल उनके करीबियों ने कहा कि लालजीत धरमजयगढ़ का लाल है। वह गलतियों से सीखते हैं और अपने लोगों का ख्याल रखते हैं। विधायक होने के साथ ही एक बेटे का फर्ज अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए निभाते हैं। बीते 10 साल से वह हर गांव जाते हैं और लोगों से सतत संपर्क में रहते हैं। उनकी समस्याओं का तत्काल निकारण भी करते हैं। अपने विरासत को उन्होंने बखूबी निभाया है।
भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है : लालजीत
लालजीत सिंह राठिया ने बताया कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह सिर्फ घटिया सड़क के नाम पर हल्ला मचा रही है जबकि सड़क निर्माण की अनुमति और बजट दोनों की पास हो गया है। ठेकेदार नहीं मिलने के कारण लेट-लतीफी हो रही है। अब इसमें भी विधायक दोषी कैसे हो सकता है। मैंने सड़क लिए पैसा लाया, गांव-गांव देवस्थल बनवाएं, सामुदायिक भवन और पुल-पुलिया का निर्माण करवाया क्या यह विकास नहीं है। जिन भवनों या स्थलों में बैठकर भाजपाई धरमजयगढ़ में विकास नहीं होने की दुहाई दे रहे हैं उन्हें मैंने ही बनवाया है। चुनावी जनसंपर्क तो होते ही रहता है पर मैंने लगातार क्षेत्र में कार्य किये हैं और सभी जगह जाता हूं। कुछ दिन घूमने से लोगों का विश्वास नहीं जीता जाता। मैं अपने क्षेत्र के हर घर का बेटा हूं, भाई हूं। उनका सुख-दुख मेरा और मेरा सुख-दुख उनका। मेरे यहां जो भी लोग आते हैं कोशिश रहती है कि उनकी मैं हरसंभव मदद कर सकूं।
जन-जन के नेता हैं लालजीत
धरमजयगढ़ कांग्रेस की वरिष्ठ कार्यकर्ता कनिजा बेगम कहती हैं कि वह लालजीत के पिता स्व. चनेश राठिया के साथ से पार्टी की कार्यकर्ता रही हैं। लालजीत लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं। इस बार हमारा जोर कापू क्षेत्र और खासकर गणपतपुर इलाके में हैं। लोग हमें जानते हैं और उनका हम पर विश्वास है। हर घर से लाजतीत का जुड़ाव है वह हर किसी के छट्ठी,बरही, शादी इत्यादि कार्यक्रम में जरूर जाते हैं। अगर वह नहीं होते हैं तो उनकी जगह उनका कोई न कोई प्रतिनिधि जरूर जाता है। यही लालजीत का धरमजयगढ़ में आधार है।