
रायगढ़. अक्सर वन्यप्राणियों से खेतों के फसल को बचाने और उनका शिकार करने के लिए करंट प्रवाहित तार लगा दिया जाता है। जिसमें कई बार ग्रामीण भी अनजाने में चपेट में आ जाते हैं और उनकी मौत हो जाती है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ कि करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक बालक की मौत हो गई। मामले की जानकारी लगते ही तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच शुरू कर दी है। मामला चक्रधर नगर थाना क्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक रेगड़ा ग्राम के एक खेत में वन्यप्राणियों से फसल बचाने के लिए करंट प्रवाहित तार लगाया गया था। तभी करीब दस से बारह साल का बालक उस करंट की चपेट में आ गया। घटना के बाद मामले की जानकारी चक्रधर नगर पुलिस को लगी। तब तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए चक्रधर नगर थाना प्रभारी प्रशांत राव आहेर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पहले भी आ चुका मामला
वन्यप्राणियों के शिकार के लिए करंट तार बिछा दिया जाता है और उसकी चपेट में आने से किसी न किसी की जान चली जाती है। वहीं रेगड़ा में वन्यप्राणियों का शिकार करने का मामला भी पूर्व में भी सामने आ चुका है, लेकिन विभागीय अमला की लापरवाही कहे या फिर उनकी मनमानी जो जंगल गश्त करने मंे गंभीरता नहीं दिखाते हैं और इस तरह की घटना घटित हो जाती है।
वर्सन
रेगड़ा में घटना घटित हुई है। खेत में जानवर भगाने के लिए लगाए गए करंट के तार की चपेट में बालक आ गया। इससे उसकी जान चली गई। मामले में जांच की जा रही है। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
प्रशांत राव आहेर
थाना प्रभारी, चक्रधर नगर