रायगढ़. जल संरक्षण और संवर्धन को लेकर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के पहल से जिले में वृहत स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके अंतर्गत जल स्त्रोतों को सहेजने और संवर्धन के काम किए जा रहे हैं। केलो नदी के संवर्धन का अभियान शुरू किया गया है। नदी तट से लगे गांवों में तालाबों को गहरा किया जा रहा है, अमृत सरोवर खोदे जा रहे हैं।
इन सब के साथ जल के विवेकपूर्ण उपयोग, जल स्त्रोतों को सुरक्षित रखने के लिए जन जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है। कलेक्टर श्री सिन्हा ने निर्देश पर जिले की पंचायतों में जागरूकता के लिए मुहिम चलाई जा रही है। गांव-गांव में लोग जल शपथ ले रहे हैं कि पानी को बचाने उसके विवेकपूर्ण और समुचित उपयोग करेंगे। पानी के हर एक बूंद का संचय करेंगे। अपने साथ अपने परिवार और पड़ोसियों को भी जल को संपदा मानकर इसके विवेकपूर्ण उपयोग के लिए प्रेरित करेंगे। प्रकृति के इस अनमोल उपहार का मोल समझना जरूरी है। भू-जल का स्तर लगातार नीचे गिर रहा है। जल स्रोत सिमटते जा रहे हैं। गर्मी के मौसम में जल संकट का असर अब उन इलाकों में भी दिख रहा है जो कुछ साल पहले तक पानी के मामले में काफी संपन्न रहे हैं। इस स्थिति से निपटने और आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित और समृद्ध जल संपदा के हस्तांतरण के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। जल संरक्षण आज सिर्फ जिम्मेदारी ही नही बल्कि कर्तव्य भी है। ताकि धरती में जीवन का यह आधार हमेशा बना रहे।
जल संपदा को बचाने गांव-गांव में ले रहे जल शपथ, जल संरक्षण और संवर्धन से हर नागरिक को जोडऩे की मुहिम, कलेक्टर ने निर्देश में गांवों में चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
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