निगम के कई वार्डो में गहराया पेयजल संकट, नाराज वार्डवासियों ने पार्षदों के साथ मिलकर निगम का किया घेराव, जमकर की नारेबाजी

Mohsin Khan
Mohsin Khan 6 Min Read

रायगढ़. पेयजल समस्या को लेकर नगर निगम के चार वार्डो की महिलाओं व पुरूषों ने अपने क्षेत्र के पार्षदों के साथ मिलकर नगर निगम का न केवल घेराव किया बल्कि मुख्य कार्यालय के गेट पर ताला लगाकर वहीं पर धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। सुबह करीब 10 बजे से जारी इस धरने में शामिल कुछ लोगों ने निगम के सामने ही मिनरल वाटर से नहाकर अपना गुस्सा उतारा।
नारेबाजी व हंगामा के साथ-साथ नगर विधायक, निगम महापौर तथा निगम के अधिकारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे ये लोग वार्ड नं. 30,36,02,25 के लोगों का गुस्सा इस बात पर है कि उनके वार्ड में बीते दिनों से पानी की एक बूंद भी नल से नही टपक रही है। भरी बरसात में पेयजल व घर के अन्य कामों के लिये पानी नही होनें से परेशान इन लोगों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इतना ही नही अपने-अपने वार्डो के पार्षदों के साथ मिलकर महिलाओं ने ऐसा हंगामा किया कि निगम का कार्यालय पूरी तरह सुना हो गया और आंदोलनकारियों ने गेट पर ताला लगाकर वहीं पर बैठकर जमकर नारेबाजी की। स्थिति यह आ गई कि जब अधिकारियों ने इनकी बात नही सुनी तो मिनरल वाटर खरीदकर वहीं पर नहाना धोना भी शुरू कर दिया। इस पूरे मामले में निगम की नेता प्रतिपक्ष व पाषदों ने बताया कि नगर निगम अब नरक निगम बन चुका है। क्योंकि मूलभूत समस्या होती है उसमें सबसे ज्यादा जो जरूरी होता है महिलाओं के लिये वह है पानी। जिससे घर का एक काम नही होता पाता। अमृत मिशन योजना के तहत 24 घंटे पानी देने की बात कही गई थी जो अब मुश्किल से आधा घंटा ही पानी देते कई जगह अब तक कनेक्शन ही नही लग हैं और बोर पंप निकाल दिया गया है। जिससे कई जगह पानी की विकट समस्या उत्पनन हो गई है।

पिछले सात महीने से लगातार पानी की समस्या को लेकर ज्ञापन दिया गया फिर भी निगम के द्वारा कोई पहल नही की गई। वहीं कांगे्रस के वार्ड नं. 36 के कांगे्रसी पार्षद विनोद महेश ने कहा कि आजादी के इतने वर्ष बाद भी जनप्रतिनिधियों को सड़क में उतरकर आंदोलन करना पड़ रहा है एक बहुत ही शर्म की बात है। अमृत मिशन योजना की शहर में शुरूआत की गई जो कि पूरी तरह विफल हो चुकी है। उनका कहना था कि निगम में 80 प्रतिशत अधिकारी कर्मचारी कांगे्रस सरकार को बदनाम करने में लगे हैं इसी का नतीजा है कि वार्डो में पानी की समस्या विकराल रूप ले रही है। वो बताते हैं कि अभी फिलहाल चार दिनों से किसी के भी घरों में पानी नही आया। आज के आंदोलन के बाद नगर निगम के अधिकारी वार्ड जा रहे हैं और आज बोर लग जाएगा।
सुबह से लेकर देर शाम तक धरना प्रदर्शन व नारेबाजी करने वाले प्रदर्शनकारियों का समझाने के लिये पुलिस बल भी पूरी तरह नाकाम रहा। चूंकि नाराज लोगों का आरोप था कि बार-बार शिकायत के बाद भी निगम के अधिकारी पेयजल समस्या को लेकर गंभीर नही थे और इसी के लिये उन्हें यहां आकर उग्र प्रदर्शन करना पड़ रहा है। प्रदर्शन में शामिल पूर्व पार्षद ने मुक्तिनाथ प्रसाद ने कहा कि मेरे द्वारा पिछले 6 महीने से जब से अमृत मिशन का काम चालू हुआ है। मेरे द्वारा नगर निगम में तकरीबन सौ बार शिकायत की गई है कि हमारे वार्ड में तकरीनब आधा घंटा पानी चलता है। महीने में करीब 15 दिन पानी आता है और 15 दिन नही आता। नगर निगम में इस मामले की शिकायत करने के बाद सिर्फ यहां आश्वासन मिलता है, इसलिये आज नगर निगम में ताला लगाकर यह आंदोलन किया गया है और जब तक हमारे वार्ड और पूरे शहर में पानी की सप्लाई शुरू नही हो जाती तब तक हम यहां से हटेंगे नहीं और मुझे कई कुछ भी होता है उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी नगर निगम व शहर सरकार की होगी।

नारेबाजी व प्रदर्शन के बाद निगम के अधिकारी संबंधित वार्डो में जाकर पेयजल समस्या को दूर करने के लिये निकल रहे थे उन्होंने बताया कि जहां-जहां समस्या है वहां जाकर इस दिक्कत को दूर करेंगे। उपयंत्री का कहना था कि पेयजल समस्या की सप्लाई विद्युत सप्लाई पर निर्भर है जिसके चलते पानी की सप्लाई बार-बार प्रभावित होती है। आज इस आंदोलन के दौरान महिला भाजपा पार्षद के पति मुक्तिनाथ प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी, वार्ड नंबर 2 के भाजपा पार्षद अशोक यादव, दिबेश सोलंकी, कौशलेश मिश्रा, मोहम्मद नवाब, विनोद महेश, आलोक पाण्डेय, राजेश जैन, प्रवीण द्विवेदी के अलावा सैकड़ो की संख्या में मोहल्लेवासियों उपस्थित थे।
बहरहाल बरसात के समय पानी की समस्या को लेकर सैकड़ो महिलाएं व भाजपा व कांग्रेस के लोग एकजुट होकर जिस प्रकार प्रदर्शन कर रहे हैं उससे यह बात साफ हो जाती है कि निगम प्रशासन वार्डो में पेजयल समस्या को लेकर कितना गंभीर है।

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