Raigarh News: रायगढ़. कल दिनांक 06.09.2023 को अपहरण और आर्म्स एक्ट के संदेहियों को पकड़ने में चक्रधरनगर पुलिस की इंटर स्टेट बॉर्डर पर चौंक चौबंध व्यवस्था एवं सीमावर्ती जिले सुंदरगढ़ (ओड़िसा) और सारंगढ़ पुलिस के साथ बेहतर सामंजस्य दिखने को मिला । रायगढ़ पुलिस की टीम ने समय रहते संदेहियों के मंसूबो को फेल कर दिया गया ।
दरअसल कल रात्रि जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को जिला सुंदरगढ़ के थाना भस्मा में पंजीबद्ध अपहरण और आर्म्स एक्ट मामले के आरोपियों के दो वाहनों से हथियारबंध होकर रायगढ़ की ओर फरार होने की जानकारी ओड़िसा पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा साझा कर आरोपियों की पतासाजी हेतु कहा गया । तत्काल कंट्रोल रूम द्वारा जिले के सभी 11 इंटर स्टेट बॉर्डर पर चेकिंग स्टाफ को अलर्ट किया गया । एसडीओपी धरमजयगढ़ एवं साइबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी दीपक मिश्रा द्वारा एसडीओपी सुंदरगढ़ (ओड़िसा) हिमांश बेहरा एवं थाना भस्मा से आरोपियों के मोबाइल और अन्य डिटेल लिया गया और साइबर सेल की टीम को लोकेशन ट्रैश करने और थाना प्रभारियों को व्यक्तिगत रूप से व्हाट्सएप से डिटेल शेयर कर पतासाजी के निर्देश दिये । इसी दरम्यान टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव के नेतृत्व में इंटर स्टेट बॉर्डर एकताल चेंकिग में लगे स्टाफ द्वारा उड़ीसा पुलिस से मिले डिस्क्रिप्शन की संदिग्ध पिकअप वाहन के एकताल बेरियर से होकर गुजरने की जानकारी दिये ।
तत्काल अधिकारियों द्वारा एडिशनल एसपी सारंगढ़ माहेश्वर नाग, थाना प्रभारी सांरगढ निरीक्षक अरूण नेताम को संदिग्ध पिकअप वाहन के संबंध में जानकारी दिया गया और एसडीओपी धरमजयगढ़/ साइबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव और साइबर सेल के स्टाफ ऐतिहातन सुरक्षा के मद्देनजर शॉर्ट वेपन के साथ संदेहियों की पतासाजी के लिये सारंगढ़ रवाना हुए । टीम द्वारा सारंगढ़ टीआई पुलिस के साथ घेराबंदी कर सारंगढ़ बाईपास पर दो वाहनों में 07 संदेहियों को पकड़ी । संदेहियों ने पकड़े जाने के डर से वाहन के आगे और पीछे के नंबर प्लेट निकाल लिए थे । संदेहियों को रात्रि में उड़ीसा पुलिस के हैंडोवर किया गया है । ओड़िसा पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है ।एसडीओपी धरमजयगढ़ एवं साइबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव आहेर, टीआई सारंगढ अरूण नेताम एवं साइबर सेल के समस्त स्टाफ और चक्रधरनगर थाने के बैरियर में लगे स्टाफ की संदेहियों की धरपकड़ में सराहनीय भूमिका रही है ।