रायगढ़. भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता व पूर्व विधायक श्रध्देय जननेता रोशनलाल के सुपुत्र गौतम अग्रवाल ने कल रायगढ़ जिला मुख्यालय पहुँच कर कलेक्टर से सौजन्य मुलाकात किया। जहां रायगढ़ शहर के चारों ओर रिंग रोड़ जल्द बने आम जनता की बहुप्रतीक्षित मांग से अवगत करते हुए अनुरोध किया। सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता गौतम अग्रवाल ने कलेक्टर महोदय का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि रायगढ़ जिले का विगत कुछ वर्षों में तेजी से औद्योगीकरण एवं जनसंख्या में वृद्धि हुई है। जिला मुख्यालय रायगढ़ के चारों तरफ बड़े उद्योग, स्टील व पावर प्लांट स्थापित होने व ओडिसा – झारखंड के लिए रूट में भी रायगढ़ आता है। जिसके कारण बड़े मॉल वाहक – वाहनों का दबाव बहुत अधिक बढ़ गया है। रायगढ़ जिले में प्रतिदिन हो रही सड़क दुर्घटना व प्रदूषण से शहरवासी बहुत व्यथित व चिंतित है।
भाजपा कार्यकर्ता गौतम अग्रवाल की सारी बातों को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद कलेक्टर महोदय ने बताया कि इस संबंध में सचिव को पत्र लिखकर एक प्रपोजल भेजा गया है। फिलहाल रिंग रोड का एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। शहर के भीतर भारी वाहनों का प्रवेश ना हो और गुजरने वाले वाहन शहर के बाहर हिस्से से ही निकल सकें इसके मद्देनजर रिंग रोड बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा रिंग रोड बनाने में आने वाली कई दिक्कतों पर भी चर्चा किए। उन्होंने भी माना कि रायगढ़ जैसे शहर को रिंग रोड की बहुत आवश्यता है।
केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग को लिखा पत्र का आया जबाब
भाजपा कार्यकर्ता गौतम अग्रवाल ने पिछले अप्रैल 2022 में माननीय नितिन गडकरी केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ राज्य अंतर्गत जिला मुख्यालय रायगढ़ के चारों दिशाओं को जोड़ते हुए रिंग रोड़ निर्माण करने की आवश्यकता व महत्ता को बताया था। जिसके फलस्वरूप उन्होंने क्षेत्रीय कार्यालय अतिरिक्त महानिदेशक को जांच व आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया था। क्षेत्रीय कार्यालय ने मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र रायपुर को लिखित निर्देशित किया कि उपरोक्त मामले की जाँच कर आवश्यक कार्यवाही करें एवं इस कार्यालय सहित प्रार्थी को अवगत करें। प्रारम्भिक बजट में शामिल करने व एक प्रस्ताव भेजे जाने की जानकारी मिली है।
रिंग रोड निर्माण में पूर्वी दिशा की पहाड़ भी आ रही आड़े
रायगढ़ शहर के चारों ओर को जोड़ने वाली रिंग रोड निर्माण में पूर्वी दिशा की पहाड़ भी आड़े आ रही है। पहाड़ को काटकर बनाना बढ़ी मशक्कत व बढ़ी बजट की बात है। यदि पहाड़ के आगे घुमाकर बनाने में काफी लंबी रोड बनाना पड़ सकता है। पहले पहाड़ मंदिर के नीचे निकालकर अतरमुडा, टीवी टॉवर हो कर रिंग रोड बनाने और उसे ओडिशा रोड तक जोड़ने की योजना बनी थी। योजना में देर हुई तो इन इलाकों में कालोनी विकसित हो गई। अब यदि पहाड़ काटे बिना बनाना होगा तो चिटकाकानी गांव के पास से हो कर रोड घूमाना होगा।
बहुप्रतीक्षित रिंग रोड एक बड़ा प्रोजेक्ट
रिंग रोड के लिए सर्वे का काम पहले होना है जिसको कंसल्टेंट कंपनी द्वारा कराया जाएगा। जो लगभग 90 – 120 किलोमीटर रोड का घेराव शहर के चारों ओर बनेगा। इसमें ज्यादातर निजी जमीन का अधिग्रहण करना पड़ेगा। शहर से लगे होने के कारण इन जमीनों की गाइड लाइन रेट ज्यादा होगा। जिसके कारण बजट भी ज्यादा लगेगा। ऐसी स्थिति में यह रिंग रोड प्रोजेक्ट टुकड़ो में बनेगा या विचारधीन ही न रह जाए।