रायगढ़. कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले में पदस्थ सभी अधिकारियों को सप्ताह के प्रथम दिन यानि सोमवार को अपने कार्यालय अथवा मुख्यालय में निर्धारित समयावधि में उपस्थित रहने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि प्रति सप्ताह सोमवार को जनचौपाल का आयोजन होता है, जिसमें जिले के कई इलाकों से ग्रामीण अपनी मांगों एवं समस्याओं से संबंधित आवेदन लेकर कलेक्टर कार्यालय आते है। ऐसी अवस्था में संबंधित विभाग के अधिकारी का मुख्यालय में उपस्थित न रहने के कारण उन्हें अनावश्यक भटकना पड़ता है, जो कि अत्यंत खेदजनक है। उन्होंने कहा कि विशेष परिस्थितियों में अगर सोमवार को कार्यालय अथवा मुख्यालय से बाहर जाना पड़ रहा है तो संबंधित अधिकारी कलेक्टर के बिना अनुमति अवकाश पर नहीं जायेंगे।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले में पदस्थ सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को अपने प्रभार के पदस्थापना स्थल अथवा निर्धारित मुख्यालय में ही रहने एवं कार्यालयीन समय प्रात:10 से शाम 5.30 बजे तक कार्य संपादित करने के निर्देश दिए है। प्राय:संज्ञान में यह बातें सामने आती है कि संबंधित अधिकारी-कर्मचारी अपने मुख्यालय में न रहकर आना-जाना करते है। साथ ही निर्धारित समयावधि में कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते है। उन्होंने कहा कि जिसकी वजह से कई बार शासकीय कार्य प्रभावित होता है। इस संबंध में शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किए गए है कि अधिकारी-कर्मचारी अपने मुख्यालय में निवास करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा जारी निर्देशों का उल्लंघन करना न सिर्फ शासकीय सेवकों के आचरण नियमों के विपरीत है बल्कि अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों में अनुशासनहीनता को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने जिले में पदस्थ सभी अधिकारी-कर्मचारियों को शासन द्वारा निर्धारित टाईम शेड्यूल का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए है। अन्यथा संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही होगी।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने अनुविभाग, तहसील एवं विकासखण्ड स्तर में पदस्थ अधिकारियों को उनके द्वारा लिए जाने वाले साप्ताहिक बैठकों को सीमित समय में आयोजित करने के निर्देश दिए। ताकि विभागीय कार्य प्रभावित न हो और जनसामान्य को भी किसी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े। इसी तरह मैदानी स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों को समीक्षा बैठक में ऑनलाईन/व्ही.सी.के माध्यम से बैठक में शामिल करायें।