रायगढ़। इंद्रपुरम हेबीटेट सेंटर गाजियाबाद में 16वीं राष्ट्रीय सम्मेलन मेरीलैंड स्टेट यूनिवर्सिटी (यूएसए) की संपन्न हुई जिसमें प्रमुख रूप से योगी प्रियवत्र अनिमेष (योग गुरू), कर्नल अजय अहलावत (अध्यक्ष इंटरपोल इंडिया), कंवल सिंह चैहान पद्मश्री अवार्ड, डाॅ मंजु गुप्ता डीएसएम, मंगलमय गु्रप आफ इंस्टीट्यूशंस, डाॅ. पी.के. राजपूत पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैटिला फार्मा, हीना पैगाम (जर्नलिस्ट अफगानिस्तान), श्रीमती दीपिका जोशी एजुकेटर गाॅर्जिया, श्रीमती प्राची गुप्ता लेखक, श्रीमती सिम्मी हाॅडिंग (यूएसए) डाॅ अमायरा यादव (काॅर्पोरेट कोच नई दिल्ली), श्रीमती शिवानी शर्मा सिंह (काॅर्पोरेट कोच नई दिल्ली) के द्वारा विभाष सिंह ठाकुर को पीएचडी की उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया गया।
विभाष सिंह ठाकुर रायगढ़ जिले के एक ऐसे नेता रहे हैं जिनकी कार्यशैली के दीवाने हर कोई है। समाजसेवा के क्षेत्र में किये जा रहे प्रभावी कार्यो को देखकर इन्हें पीएचडी से सम्मानित किया गया। कोविडकाल के दौरान जहां लोगों को अपनी जान की चिंता थी वहीं विभाष सिंह ठाकुर दिन रात लोगों की सेवा कर जनसेवा की मिशाल बन गए। अनेक जनआंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका के लिये प्रख्यात विभाष सिंह ठाकुर को बेरोजगारों के लिये लड़ने वाला मसीहा भी माना जाता है। पर्यावरण प्रदूषण और नशा मुक्त समाज के लिये इनके प्रयास की तारीफ हर जगह होती रहती है। विभाष सिंह ठाकुर को सामाजिक कार्यो में विशेष कार्य करने के लिये इस उपाधि से सम्मानित किया गया।
सामाजिक कार्यो के साथ तेजतर्रार नेता भी है विभाष
विभाष सिंह ठाकुर को सामाजिक कार्यो में मिली उपलब्धि भी कम नही है वहीं इनका कंबल वितरण, साड़ी वितरण और भोजन वितरण हमेशा चलते रहता हैं जो बिना किसी स्वार्थ के चलता है और राजनैतिक रूप से भी कांगे्रस पार्टी के लिये लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं। वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांगे्रस कमेटी में सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं इससे पहले युवा कांगे्रस के लोकसभा अध्यक्ष और छात्र संगठन के जिला अध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। विभाष सिंह ठाकुर के बारे में यह भी माना जाता है कि वे जिस काम को हाथ में लेते है उसे पूर्ण करके ही दम लेते हैं।
शिक्षित नेताओं में शुमार विभाष
विभाष सिंह ठाकुर की शिक्षा दीक्षा भी रायगढ़ से हुई है। वे ऐसे छात्रनेता रहे हैं जो रायगढ़ के तीनों महा विद्यालय में अध्ययन कर चुके, इन्होंने स्नातक बीएससी गणित शा.के.जी. कला एवं विज्ञान महाविद्यालय से किया तो शा. पालू राम धनानिया वाणिज्य एवं आर्टस महाविद्यालय से एमए समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर किया वहीं जिले के प्रसिद्ध स्वामी बालकृष्ण पुरी महाविद्यालय से एलएलबी भी किया। इससे यह कह सकते है कि एकमात्र नेता है जिन्होंने रायगढ़ के तीनों महाविद्यालय में अपनी शिक्षा पूर्ण की। वहीं अब डाक्टर की उपाधि भी प्राप्त कर ली है।
एक आंदोलन 17 अश्रु गैस के गोले
विभाष सिंह ठाकुर की पहचान आंदोलनकारी नेता के रूप में रही है जिन्होंने कई बड़े आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाया है। साथ ही इनके कारवां और रैलियों की चर्चा हमेशा होते रही है। वहीं एक जनहित के मुद्दे को लेकर एक आंदोलन के दौरान इनके उपर पुलिस द्वारा 17 अश्रु गैस के गोले भी छोड़े जा चुके हैं इसके बावजूद भी इन्होंने हार नही मानी और जनहित के मुद्दे में लड़ाई लड़ते हुए आखिरकार उसे भी अंजाम तक पहुंचाया जिसकी पूरे प्रदेश में चर्चा हुई।