गौरैया दिवस: पर्यावरण असंतुलन की वजह से गौरैया प्रजाति के पक्षियों की संख्या हो रही कम, चिंता का है विषय, इन्हे बचाने सभी को करना होगा प्रयास

Mohsin Khan
Mohsin Khan 2 Min Read

गौरैया दिवस: Raigarh News: रायगढ़. जिले के अग्रणी किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय रायगढ़ में 20 मार्च 2024 को विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर प्रीति बाला बैस के संरक्षण एवं विभाग अध्यक्ष डॉक्टर रमेश कुमार तंबोली के मार्गदर्शन में विश्व गौरैया दिवस मनाया गया।

जिसमें विभाग के प्राध्यापकों ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से छात्र-छात्राओं को यह बताया कि किस प्रकार पर्यावरण में असंतुलन के कारण दिनों दिन गौरैया प्रजाति की पक्षी की संख्या कम होती जा रही है ।गौरैया पृथ्वी पर सबसे आम एवं सबसे पुरानी पक्षी प्रजातियों में से एक है गौरैया की लुप्त होती प्रजाति वाकई में एक बेहद चिंता का विषय है गौरैया की संख्या में 60 से 80% की कमी आई है।

गौरैया दिवस: देखे वीडियो👇👇

यदि थोड़ी सी कोशिश की जाए तो लुप्त होती प्रजाति को बचाया जा सकेगा इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक प्रोफेसर रंजना साहू ने गौरैया संरक्षण के लिए छात्र-छात्राओं को जागरुक करते हुए कहा कि हम सभी को अपने घरों के छत में या खुले जगह पर थोड़ा सा दाना और पानी रखकर गौरैया का संरक्षण किया जा सकता है ।

प्रोफेसर श्रीमती विनीता पांडे ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने घर के आसपास पौधे को लगाकर एवं उनका संरक्षण करके गौरैया पक्षी का संरक्षण कर सकते हैं। प्रोफेसर उल्लास प्रधान ने भी प्राणी शास्त्र विभाग छात्र-छात्राओं को गौरैया संरक्षण के विषय में जागरूक किया इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्राणी शास्त्र विभाग के छात्र-छात्रा उपस्थित थे।

गौरैया दिवस:

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